Petrol-Diesel Price | पूरे देश में एक तरफ महंगाई चरम पर है तो वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल डीजल पर कुछ राहत केंद्र सरकार द्वारा दी गई है।
केंद्र सरकार ने दीपावली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल और डीजल पर 5 और डीजल पर 10 रूपए एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद कमी की थी ।
केंद्र सरकार ने एक अपील राज्य सरकारों से की थी कि वह भी अपने-अपने राज्यों में मूल्य वर्धित कर यानी कि वैट को कम करें जिससे की आम आदमी की जेब पर थोड़ा सा पेट्रोल डीजल का बोझ और कम हो सके।
लेकिन हम आपको बता दें पेट्रोल-डीजल पर चिल्ला चिल्ला कर राजनीति करने वाले कांग्रेस आम आदमी पार्टी और अन्य दल जिनकी भी सरकार है ।
यानी कि आप यह कह सकते हैं कि गैर भाजपा शासित प्रदेशों में अभी तक पेट्रोल डीजल के दाम कुछ और कम करने के लिए वैट पर कोई भी दर नहीं घटाई गई है।
पूरे गैर भाजपा शासित 14 राज्यों ने अब तक वैट में कमी नहीं की है और ना ही भारी आलोचना के बाद इसका मन भी बना रहे हैं।
मतलब यह कि महंगाई कम भी नही करनी है और उस पर रोना भी रोना है और जब आपके हाथ में महंगाई कम करने का थोड़ा सा माद्दा है, तब उसे भी नहीं करना है यानी कि घड़ियाली आंसू बहाने में गैर भाजपा शासित राज्यों ने पीएचडी की डिग्री कर ली है वहां नई नई स्कीमें बताई जा रहे हैं की किस तरह से केंद्र सरकार और दाम कम करें लेकिन हम नहीं करेंगे।
अब जब पेट्रोल डीजल के दाम घटाने को लेकर के पेपर मीडिया को छापे का विरोधी दलों के लिए तब हम सेल्यूलर हो जाएंगे हम गोदी मीडिया हो जाएंगे हम सोशल मीडिया के वह तब के माने जाने लगेंगे जो सिर्फ केंद्र सरकार के लिए ही लिखता है लेकिन हमें इससे जरा सा भी फर्क नहीं पड़ता हम जो है सही है ।
वही आपको बता रहे हैं अभी तक 14 गैर भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल डीजल के दाम बिल्कुल भी काम नहीं किए गए हैं यानी कि वहां पर सिर्फ केंद्र द्वारा दी गई राहत हीम लोगों को मिल रही है राज्य द्वारा कोई भी राहत नहीं दी गई है जबकि भाजपा शासित 22 राज्य में केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों ने ही कर में कमी कर लोगों को काफी राहत दी है।
जहा अभी तक वैट कम नही हुआ वो राज्य है , राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार, ओडिशा, झारखंड, केरल, मेघालय, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना भी इसमें शामिल हैं।
बीजेपी प्रवक्ता बार बार ये आरोप लगा रहे कि कांग्रेस शासित राज्य ‘निर्मम और अक्षम’ हैं. उन्होंने इस बात का जिक्र किया ।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेल की ऊंची कीमतों को लेकर कुछ दिन पहले केंद्र सरकार पर ‘जेबकतरों से सावधान’ और उगाही करने का तंज किया था. बीजेपी नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस से बड़ा जेबकतरा कोई नहीं है। अब बात भी सही है जब हमारी करने की बारी आई तो सब धुंध सा दिख रहा कई दिन बीत जाने के बाद भी वैट में कमी नही की गई ।