पीटीएन, शुभम मिश्रा: कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने शनिवार को बीजेपी की सदस्यता ले ली। मकर संक्रांति पर्व पर अपनी नई पारी का आगाज करते हुए उन्होंने कहा कि, बीजेपी ने मुझे और अधिक सामाजिक कार्य करने के लिए राजनीति चुनने का सुझाव दिया है।
कहा, ऐसे कई काम हैं जो मैं अपने कार्यकाल के दौरान नहीं कर सका, इसलिए राजनीति में आने का फैसला किया। उन्होंने कहा, मैं पीएम मोदी से भी प्रभावित हूं, जिन्होंने विकास की नई राह दी है।
टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी जिस सीट से कहेगी वहां से चुनाव लड़ूंगा। साथ ही जो काम दिया जाएगा, उसे पूरी इमानदारी के साथ निभऊंगा। हालांकि उन्होंने इसके पहले अपने तरीके से सोशल मीडिया में कुछ शब्द लिखे। पोस्ट के अनुसार असीम अरुण कन्नौज सदर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
आठ जनवरी को बीजेपी में जानें की दी थी जानकारी: कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर रह चुके असीम अरुण ने आठ जनवरी को पहली पोस्ट डालकर लोगों को हैरान कर दिया था। उस पोस्ट में उन्होंने साफ किया था कि अब वह बीजेपी में जा रहे हैं और स्वैच्छिक सेवानिवृत्त के लिए आवेदन कर दिया है। वीआरएस मंजूर होने के बाद शनिवार को असीम अरुण ने बीजेपी की सदस्यता ले ली।
सीसामऊ के बजाए कन्नौज से लड़ेंगे चुनाव: दरअसल कयास लगाया जा रहा था कि असीम अरुण, कानपुर की सीसामऊ सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन शनिवार को एक और पोस्ट उन्होंने सोशल मीडिया में डाला जिससे काफी हद तक साफ हो गया कि असीम अरुण सुरक्षित सीट कन्नौज सदर से चुनाव लड़ेंगे। कन्नौज सदर सीट पर पिछले 20 वर्ष से सपा का कब्जा है। बीजेपी, अखिलेश के आखिरी किले को ध्वस्थ करने के लिए पूर्व पुलिस कमिश्नर पर दांव लगा सकती है।
अरुण भी लोक सेवा की ओर कदम बढ़ा रहे: जिसके बाद में खुद असीम अरुण ने पोस्ट में लिखा कि यह दिव्य संयोग है कि आज जब सूर्य देव एक राशि से दूसरी में संक्रान्ति कर रहें, तो उसी समय उनका यह अरुण भी सरकारी सेवा से लोक सेवा की ओर कदम बढ़ा रहा है। लेकिन लोक सेवा का कार्य बहुत कठिन होता है फिर भी मैं प्रयास करुंगा कि अपने गृह जनपद कन्नौज के लोगों के उम्मीदों पर खरा उतर सकूं।
विकास और सौहार्द के नए पायदान पर हम होंगे: पूर्व पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कन्नौज से निकले कर्मठ व्यवसायी, शिक्षाविद, सरकारी सेवारत, आदि लोग कुछ समय और कुछ संसाधन देंगे तो विकास और सौहार्द के नए पायदान पर हम होंगे, क्योंकि नई राह पर मेरी पत्नी ज्योत्स्ना, पुत्र अभिजात और अमन तथा खैरनगर (कन्नौज) स्थित पूरा परिवार मेरे साथ है। मुझे विश्वास है कि नया सफर आनंददायी होगा।
दावेदारों को लगा झटका :असीम अरुण के बीजेपी के टिकट से कन्नौज सदर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। हालांकि उनके टिकट की अभी अधिकारिक रूप से ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि वह कन्नौज सीट से ही दावेदारी करेंगे। ऐसा हुआ तो न सिर्फ कन्नौज सीट पर बल्कि बाकी की दोनों सीट पर भी इसका असर पड़ सकता है।
गांव से है गहरा लगाव: असीम अरुण का जन्म हालांकि बदायूं में हुआ है, लेकिन अपने पैतृक गांव से उनका गहरा लगाव रहा है। यही वजह है कि वह समय-समय पर यहां आते रहे हैं। कानपुर का पहला पुलिस कमिश्नर बनने के बाद भी वह यहां आते रहे हैं
है कि सियासत में एंट्री लेने के फैसला किया गया है।